Uttar Pradesh News: रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI-आठवले) ने उत्तर प्रदेश में अपनी बढ़ती लोकप्रियता का दावा किया है। पार्टी के मुताबिक, पिछले तीन महीनों में सुहेलदेव समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से जुड़े 50 प्रमुख नेताओं ने RPI की सदस्यता ली है। साथ ही, प्रदेशभर से करीब 20,000 नए सदस्य पार्टी के साथ जुड़े हैं। लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री डॉ. रामदास आठवले ने यह जानकारी दी।
2026 जिला पंचायत चुनाव की तैयारी
डॉ. रामदास आठवले ने बताया कि पार्टी 2026 के जिला पंचायत चुनाव में हिस्सा लेने की योजना बना रही है। इसके साथ ही उन्होंने एनडीए के अन्य सहयोगी दलों, जैसे अपना दल और निषाद पार्टी की तरह, उत्तर प्रदेश में RPI को भी गठबंधन में उचित प्रतिनिधित्व देने की मांग की। उनका मानना है कि इससे 2027 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को अधिक सीटें हासिल करने में मदद मिलेगी।
ईवीएम विवाद पर जवाब
केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष द्वारा ईवीएम पर उठाए जा रहे सवालों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भाजपा की जीत ईवीएम के कारण नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर से चुनाव होने पर भी एनडीए बड़ी जीत दर्ज करेगा। साथ ही, उन्होंने विपक्ष और खासतौर पर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष झारखंड की जीत पर चुप रहता है, लेकिन हारने पर ईवीएम को दोष देता है।
पांव-पांव, गांव-गांव अभियान
डॉ. आठवले ने कार्यकर्ताओं को 'पांव-पांव, गांव-गांव अभियान' के तहत हर गांव और तहसील तक पार्टी का विस्तार करने का निर्देश दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि बाबा साहब अंबेडकर की विचारधारा हर वर्ग को न्याय और समानता प्रदान करती है।
संगठन विस्तार
प्रेस वार्ता के बाद डॉ. आठवले ने तकरोही में RPI के लखनऊ महानगर कार्यालय और निशातगंज में युवा प्रकोष्ठ कार्यालय का उद्घाटन किया। इन कार्यालयों से पार्टी के संगठन को और मजबूत बनाने की योजना है। उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पवन भाई गुप्ता ने बताया कि मार्च 2025 तक सभी जिलों में पार्टी की कार्यकारिणी बनाने का लक्ष्य तय किया गया है।
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