गोरखपुर न्यूज़: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में झंगहा के बोहाबार का जिगर साहनी राप्ती में कूदने से पहले पुल पर वीडियो बनाकर पहले बुआ को भेजा था। इसके तुरंत बाद उसने झंगहा थानेदार के मोबाइल फोन पर भी भेजा था, लेकिन वह देखे नहीं। शाम पांच बजे अधिकारी के स्टेनो के मोबाइल फोन पर वीडियो पहुंचने के बाद जब अधिकारी द्वारा थानेदार से पूछताछ शुरू हुई तो थानेदार ने अपने मोबाइल फोन पर युवक द्वारा भेजा गया वीडियो देखा। बताया जा रहा है कि समय पर थानेदार अगर वीडियो देख लिये होते तो उसे कूदने से बचाया जा सकता था।
जाने पूरा मामला
जिगर साहनी बुधवार की शाम गीडा क्षेत्र के फोरलेन बाईपास अमरूतानी के पास पुल से राप्ती में कूद गया था। इसके पूर्व उसने एक वीडियों बनाकर अपनी बुआ के मोबाइल फोन पर भेजा था। वीडियों में उसने झंगहा पुलिस पर छोटे भाई किशन के हत्यारोपितों को बचाने का आरोप लगाया है। युवक की एक वीडियों इंस्ट्राग्राम पर भी पड़ी है, उसमें भी उसने अंतिम दिन और अंतिम वीडियों की चर्चा की है।
उधर, घटना के बाद चार थानों की पुलिस जनरेटर की रोशनी में देर रात नदी में युवक की तलाश की और वापस चली गई। गुरुवार की सुबह एसपी उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी के नेतृत्व में पुलिस के साथ एसडीआरएफ की टीम ने भी जिगर की खोजबीन शुरू की लेकिन देर शाम तक उसका पता नहीं चल सका।
पुलिस अभी भी तलाश रही मोबाइल फोन
नदी में कूदने की सूचना पर राप्ती पुल पर पहुंचे जिगर के स्वजन को उसकी पल्सर बाइक और चप्पल बरामद हुआ, लेकिन अन्य सामान नहीं मिले। वहीं पुलिस उसके उस मोबाइल फोन की तलाश कर रही है, जिससे उसने वीडियो बनाकर सभी लोगों के पास भेजते हुए इंस्ट्राग्राम पर भी अपलोड किया था। क्योंकी घटनास्थल पर उसका मोबाइल भी नहीं मिला।
अधिकारी क्या कहे
पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी ने कहा कि नदी में कूदे जिगर की अभी तक जानकारी नहीं मिल सकी है। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम नदी में उसकी तलाश कर रही है। गायब मोबाइल के बारे में पता लगाया जा रहा है, उसके नंबर का सीडीआर भी निकलवाया जा रहा है। घटना के पहले उसने कई लोगों को वीडियो भेजा है। इसकी भी जांच चल रही है।
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