Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) ने विधानसभा में हारी हुई सीटों पर अभी से काम शुरू कर दिया है। हर विधानसभा क्षेत्र में बूथ कमेटियों की सक्रियता सुनिश्चित की जा रही है, ताकि न्यूनतम पांच कार्यकर्ता पार्टी की नीतियों को हर घर तक पहुंचा सकें। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस अभियान की खुद समीक्षा कर रहे हैं। वहीं यूपी में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर भी रणनीति तैयार की गई है।
बूथ कमेटियों की सक्रियता
पार्टी की जिला और शहर इकाइयों को 291 सीटों पर बूथ कमेटियों का गठन और उनकी सक्रियता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। बूथ कार्यकर्ताओं को समय-समय पर जिला स्तर पर होने वाली बैठकों में बुलाकर प्रेरित करने की योजना भी बनाई गई है। पिछले विधानसभा चुनाव में सपा को 32.1 प्रतिशत वोट मिले थे। आगामी विधानसभा चुनाव में सपा ने अपने पदाधिकारियों को 45 प्रतिशत से ज्यादा वोट हासिल करने का लक्ष्य दिया है, ताकि सरकार बनाने में कोई दिक्कत न आए।
बाबा साहब आंबेडकर वाहिनी की बैठक
समाजवादी बाबा साहब आंबेडकर वाहिनी के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक शनिवार को लखनऊ में हुई। इसमें आगामी विधानसभा उपचुनाव में जीत की रणनीति पर चर्चा की गई। वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. संतोष जाटव ने कहा कि सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को पोलिंग स्तर पर तैयारी के लिए अभी से जुट जाना है और गांव-गांव जाकर जनसंपर्क करना है। सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने पीडीए की मजबूती के लिए प्रयासरत रहने का आह्वान किया। बैठक में चौधरी सुरेश कुमार, राजेंद्र खरे, मनोज कुमार समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।
2022 के चुनाव और वर्तमान रणनीति
2022 के विधानसभा चुनाव में सपा, रालोद और सुभासपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा को 111, रालोद को 8 और सुभासपा को 6 सीटें मिली थीं, जिससे सपा गठबंधन को कुल 125 सीटें मिलीं। सपा ने 345 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। अब रालोद और सुभासपा सपा से अलग हो चुके हैं, इसलिए सपा ने अपनी जीती 111 सीटों के साथ ही अन्य 291 सीटों पर फोकस बढ़ाने का निर्णय लिया है।