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    Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश सरकार ने कानून व्यवस्था का जिम्मा कार्यवाहक डीजीपी के रूप में विजय कुमार को सौंपा है जो कि जालौन के सतोह गांव के रहने वाले हैं। कानून व्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद उनके पैतृक गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी आपस में लोगों ने मिठाई बांटकर खुशियां जाहिर की। वहीं लोगों का कहना है कि इस छोटे से गांव से निकलकर आईपीएस विजय कुमार ने इस प्रदेश की कमान संभाली है। इस खुशी मौके पर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। 


    गांव से ही की प्रारंभिक शिक्षा

    बता दें कि जालौन के कोंच के सतोह गांव के रहने वाले आईपीएस विजय कुमार 1988 बैच के आईपीएस है। उनके पिता राम प्रसाद खुद यूपी पुलिस में अपनी सेवाएं दे चुके है। इसके अलावा वो कानपुर में इंस्पेक्टर भी रहे हैं। हालांकि, उनकी प्रारंभिक शिक्षा पैतृक गांव में हुई। इसके बाद वह अपने माता पिता के साथ कानपुर में रहकर पढ़ाई करने लगे। ग्रामीणों का कहना है कि इस गांव से पहली बार कोई आईपीएस बना है और किसी को उच्च पद पर आसीन किया गया है।


    कानपुर में रहता है विजय कुमार का परिवार

    आईपीएस विजय कुमार चार भाई हैं पहले नंबर पर अजीत सिंह है जो कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में तैनात थे दूसरे नंबर पर विजय कुमार खुद आईपीएस है। तीसरे नंबर के भाई इंस्पेक्टर के पद पर सेवाएं दे रहे है। वहीं चौथा भाई झांसी में रहता है। आईपीएस विजय कुमार की पहली पोस्टिंग बांदा जनपद में थीं। फिलहाल, उनका पूरा परिवार कानपुर में रहता है।


    तेज तर्रार अफसरों में है गिनती

    विजय कुमार जनवरी 2024 में रिटायर होंगे वो वर्तमान में डीजी सीबीसीआईडी हैं और उनके पास विजिलेंस का अतिरिक्त प्रभार है। विजय कुमार 1988 बैच के यूपी कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। उनकी गिनती पुलिस महकमे में एक तेज तर्रार और ईमानदार अधिकारी के रूप में रही है। अपने अबतक के सेवाकाल में उन्होंने कई चुनौतीपूर्ण केस हैंडल किए हैं। उनके पास विभिन्न जिलों के पुलिस कप्तान के साथ-साथ केंद्र में काम करने का भी अनुभव है।


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