लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमंडल का बजट सत्र 2 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले यूपी सरकार का यह बजट काफी लोक लुभावन होने वाला है। यूपी सरकार इस बार के बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास, नौजवान, महिला और किसान पर फोकस करेगी। बता दें कि 1 फरवरी को सर्वदलीय बैठक में मंत्रणा के बाद 2 फरवरी से इसकी शुरुआत होगी। वहीं 5 फरवरी को योगी सरकार वर्ष 2024-25 का भारी भरकम 75 हजार करोड़ से अधिक का बजट दोनों सदनों ला सकती है। हालांकि, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव महंगाई, बेरोजगारी और कानून व्यवस्था समेत तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है। वहीं सत्र शुरू होने से पहले बीजेपी विपक्ष के हमलों से निपटने के तौर-तरीकों पर चर्चा करेगी।
अयोध्या का कार्यक्रम हो गया स्थगित
दो फरवरी को विधानमंडल सत्र के पहले दिन विधानसभा और विधान परिषद के संयुक्त सदन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अभिभाषण प्रस्तुत करेंगी। खास बात ये है कि इस बार के बजट सत्र को शनिवार को भी चलाया जाएगा। और तीन फरवरी को शनिवार के दिन भी सदन की बैठक आहूत होगी। बैठक में भाजपा विधायक मानवेंद्र सिंह और सपा विधायक एसपी यादव के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित कर कार्यवाही स्थगित की जाएगी। वही चार फरवरी को रविवार होगा। बता दें कि पहले एक फरवरी को मुख्यमंत्री को कैबिनेट के साथ अयोध्या जाना था लेकिन यह कार्यक्रम स्थगित हो गया है।
पिछले वर्ष पेश किया 5.85 लाख करोड़ का बजट
गौरतलब है कि, योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले बजट में वर्ष 22-23 में 5.85 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया था। वही वर्ष 23-24 के बजट में लगभग 1.05 लाख करोड़ रुपए का इजाफा कर 6.90 लाख करोड़ का बजट सदन में पेश किया था। और इस बार वर्ष 24-25 में इसमें करीब 60 हजार करोड़ से ज्यादा की वृद्धि का अनुमान है। पिछले साल की तुलना में आगामी वित्त वर्ष में स्वयं के कर राजस्व में करीब 34 हजार करोड़ रुपए की वृद्धि का अनुमान है। केंद्रीय करों के राज्यांश में भी नए वित्त वर्ष में 25 हजार करोड़ रुपए ज्यादा मिल सकते हैं। केंद्र सरकार से मदद के रूप में मिलने वाले अनुदान में भी 10 हजार करोड़ ज्यादा मिलने का अनुमान जताया गया है