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    लखनऊ: आयकर विभाग ने गैलेंट ग्रुप के 32 ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी की है। IT की टीम ने यूपी, दिल्ली, गुजरात और बंगाल छापे मारे हैं। गैलेंट कारोबारी से रिश्ते रखने वालों के ठिकानों पर भी अलग अलग टीम पहुंचीं। एक साथ हुई इस कार्रवाई से हड़कम्प मच गया। अगर यूपी की बात करें तो लखनऊ के महानगर स्थित शलीमार गैलेंट अपार्टमेंट में शोभित अग्रवाल के फ़्लैट नम्बर D 502 में छापेमारी की गयी। बता दें कि शोभित गैलेंट ग्रुप के पार्टनर हैं। 


    वहीँ, गोरखपुर में गैलेंट के बैंक रोड स्थित कार्यालय, गीडा स्थित फैक्ट्री और बरगदवा इलाके में स्थित आवास पर रेड मारी है। चूंकि गैलेंट ग्रुप उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और गुजरात के कच्छ में स्थित उत्पादक इकाइयों से हर साल एक मिलियन टन से अधिक सरिया का उत्पादन करता है। आरोप है कि गैलेन्ट ग्रुप ने करीब 1 हजार करोड़ की टैक्स चोरी की है। हालाकिं IT की तरफ से अभी इस सम्बन्ध में जानकारी नहीं दी गई है लेकिन अशंका है कि इसी वजह से यह कार्रवाई की जा रही है। 


    गैलेंट ग्रुप और बिल्डर शोभित मोहन दास साझेदारी में काम भी कर रहे हैं। गोरखपुर विकास प्राधिकरण की ओर से खोराबार में शुरू की गई टाउनशिप एवं मेडिसिटी को विकसित करने की जिम्मेदारी संयुक्त रूप से दोनों को मिली है। वहीँ इस संबंध में गैलेंट ग्रुप के प्रबंध निदेशक चंद्र प्रकाश अग्रवाल चंदू, एमडी मयंक अग्रवाल और बिल्डर शोभित मोहन दास की तरफ से भी कोई जानकारी नहीं साझा की गई है।


    जानकारी के मुताबिक, गैलेंट ग्रुप देश की सबसे बड़ी एकीकृत स्टील कंपनियों की लिस्ट में शामिल है। इसके साथ ही पूर्वांचल की सबसे बड़ी सरिया फैक्ट्रियों में से एक है। गैलेंट इस्पात लिमिटेड लोहा, इस्पात, कृषि उत्पादों का निर्माण और बिक्री करता है। कंपनी स्टील, पावर, एग्रो और रियल एस्टेट सेगमेंट के जरिए काम करती है। 


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