लखनऊ: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (UP STF) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मंगलवार को गौतमबुद्ध नगर यूनिट ने फर्जी आईडी पर सिम लेकर लोगों के साथ धोखाधड़ी करके भारी संख्या में सिम एक्टिवेट करवा कर दूसरे देशों में बेचने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। STF ने राहुल सिन्हा को पश्चिम बंगाल कलकत्ता से गिरफ्तार किया है। आरोपी मूल रूप से झारखंड का निवासी है। जो करीब 10 साल तक टेलीकॉम कंपनियों में काम कर चुका है। वहीं इसके बाद एक नेपाली युवक के संपर्क में आने के बाद काम करने लगा।
फर्जी ID पर लेता था सिम
एसटीएफ के मुताबिक, आरोपी फर्जी ID से सिम लेकर भारत के बाहर (थाईलैण्ड, नेपाल कम्बोडिया, हाँगकाँग देशों में स्थापित कॉल सेन्टरों) को सप्लाई करने वाले गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। राहुल सिन्हा ने पूछताछ में बताया कि वह स्नातक तक पढ़ाई की है वो मूलरूप से पूर्वी सिंहभूम, झारखण्ड का रहने वाला है। उसने स्नातक करने के बाद वर्ष 2014 तक विभिन्न टेलीकॉम कम्पनी जैसे BSNL, टाटा टेलीकॉम सर्विसेस में सैल्स एग्ज्यूकेटिव के पद पर काम किया था। उसके बाद वर्ष 2014 में वह जमशेदपुर से कोलकाता आ गया था।
सेल्स एग्ज्यूकेटिव के पद पर कोलकाता में किया काम
राहुल सिन्हा कोलकाता में विभिन्न टेलीकॉम वैण्डर के साथ सेल्स एग्ज्यूकेटिव के पद पर काम किया था। राहुल सिन्हा, वर्ष 2022 में सुनील खडका नेपाल के सम्पर्क में आया था, सुनील खडका थाईलैण्ड, कम्बोड़िया में कॉल सेन्टर चलाता था जिसका उद्देश्य भारतीय नागरिकों को क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड का डेटा डार्कबेव एवं अन्य सूत्रों से खरीदकर नेपाल एवं कम्बोडिया स्थित कॉल सेन्टर से कॉल करके धोखाधडी से पैसा ट्रान्सफर कराना होता था।
इन देशों में कॉल सेन्टर स्थापित करना चाहता था आरोपी
आरोपी राहुल सिन्हा भी सुनील खडका के काम में शामिल हो गया तथा यहाँ से Pre activated भारतीय सिम व कमीशन बेस पर बैंक एकाउन्ट उपलब्ध कराने लगा था। सुनील खडका हॉगकॉग एवं कम्बोडियों में कॉल सेन्टर स्थापित करना चाहता था, जिसका उद्देश्य भारतीयों के साथ धोखाधडी करने के अलावा चायनीज नागरिकों के साथ मिलकर गेमिग एवं लोन ऐप के जरिये धोखाधडी से पैसा ठगना भी था। इस उद्देश्य के लिए राहुल सिन्हा का काम भारत से 10 हजार सिम सुनील खडका को थाइलैण्ड भेजने का था जिसमें लगभग 500 सिम भेजे थे। इसके लिए उसके बैंक एकाउन्ट में 32 लाख रूपये ट्रान्सफर किये थे।