लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में शनिवार शाम हुए एक बड़े बिल्डिंग हादसे में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। यह हादसा तब हुआ जब तीन मंजिला इमारत, हरमिलाप टावर, अचानक गिर गई। राहत और बचाव कार्य में SDRF और NDRF की टीमें पूरी रात लगी रहीं, जिनमें 100 से ज्यादा जवान शामिल थे। इस बीच मेडिसिन लेकर दिल्ली से आए राजेश ने बताया कि हादसे के ठीक 5 मिनट पहले ट्रक को गोदाम में खाली कराने के लिए लगाया था इसके बाद अचानक बिल्डिंग भर- भराकर गिर गई। इस दौरान वहां सिर्फ धुआं- धुआं ही दिखाई दे रहा था।
ट्रक खड़ा करने के 5 मिनट बाद हुआ हादसा
राजेश ने बताया कि वह 4 सितंबर को दिल्ली से मेडिसिन लेकर लखनऊ आए थे लेकिन जगह न होने के कारण मेडिसिन की अनलोडिंग 7 सितंबर को शाम करीब 4.30 बजे के आसपास हो जा रही थी जैसे ही ट्रक लगाया उसके ठीक 5 मिनट बाद ये हादसा हो गया। ट्रक में लदे माल को यहीं के कर्मचारी अनलोड कर रहे थे इसबीच राजेश कुछ सामान लेने बाहर आया और हादसा हो गया। बिल्डिंग गिरने की आवाज इतनी तेज थी, मानों कहीं धमाका हुआ हो। दवाई कितने की थीं और कबसे दिल्ली से आ रहीं हैं इसका जवाब नहीं था लेकिन उसने भगवान का शुक्रिया अदा किया।
3 लोगों ने किराए पर ले रखी थी बिल्डिंग
जानकारी के मुताबिक, यह बिल्डिंग आशियाना के रहने वाले राजेश सिंघल की है। यह उनकी बेटी कुमकुम सिंघल के नाम पर है। इस पूरी बिल्डिंग को तीन लोगों ने मिलकर किराए पर लिया था। जिसमें अलग-अलग काम के हिसाब से स्टाफ था। दवाई की कंपनी में सबसे ज्यादा स्टॉफ था। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में मोटूल कंपनी का काम चलता था। पहले फ्लोर को दवा कंपनी, दूसरे फ्लोर को क्रॉकरी कंपनी ने किराए पर ले रखा था।
पहले पिलर ..फिर बिल्डिंग हुई धराशायी- सिक्योरिटी गार्ड
वहीं बचाव कार्य इतना कठिन था कि मलबा हटाने के लिए बगल की इमारत की दीवार काटनी पड़ी, जिससे अंदर जाने का रास्ता बनाया जा सके। रेस्क्यू टीम ने ड्रोन और मोबाइल लोकेशन ट्रेसिंग की मदद से शवों को निकाला। 27 घायलों को इलाज के लिए लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चश्मदीद सिक्योरिटी गार्ड के अनुसार, पहले एक पिलर धंसा और फिर बारिश के साथ ही इमारत धराशायी हो गई। प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से आसपास की इमारतों को खाली करा दिया है।