img

    लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भाजपा का झंडा लगी सफारी गाड़ी प्लेटफॉर्म पर दौड़ाने का मामला सामने आया है। घटना बुधवार रात करीब 1 बजे की है जब एक सफारी गाड़ी, जिस पर भाजपा का झंडा लगा हुआ था, प्लेटफॉर्म पर करीब 500 मीटर तक चलाई गई। इससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों की चीख-पुकार सुनकर पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को काबू में किया। मामले की जांच चल रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इसे प्लेटफॉर्म पर क्यों चलाया गया। बता दें कि इससे पहले यूपी सरकार में मंत्री धर्मपाल सिंह की गाड़ी चारबाग रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 के एस्कलेटर पर ले जाया गया था।


    आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुआ केस 

    चारबाग स्टेशन के RPF प्रभारी निरीक्षक रंजीत कुमार ने बताया कि चारबाग पार्सल घर के सामने पार्सल की लोडिंग-अनलोडिंग के लिए एक रैंप बनाया गया है, जिसे दिव्यांग यात्री भी स्टेशन के अंदर जाने के लिए उपयोग करते हैं। इसी रैंप से दोनों युवक सफारी गाड़ी लेकर प्लेटफार्म पर पहुंचे थे। इस घटना के बाद दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों युवकों को रेलवे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां कोर्ट ने कार चला रहे हितेश तिवारी को जेल भेज दिया, जबकि शिवांश चौधरी को जमानत दे दी गई। 

    ट्रेन का इंतजार कर रहे थे यात्री 


    प्लेटफॉर्म पर मच गई अफरातफरी 

    बता दें कि सफारी गाड़ी (यूपी 32 FA 8989) को लेकर एक गंभीर घटना सामने आई है।सरोजनीनगर निवासी हितेश तिवारी, जो कार चला रहा था, और उसके साथ बंथरा निवासी शिवांश चौधरी कार में सवार थे। दोनों युवक पार्सल घर के पास बने रैंप से कार लेकर प्लेटफार्म नंबर-1 पर आ गए। उस समय वहां मौजूद यात्री ट्रेन का इंतजार कर रहे थे जब अचानक कार प्लेटफार्म पर स्पीड से दौड़ती हुई आई। इससे प्लेटफार्म पर बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। यात्री घबराकर अपना सामान समेटने लगे। उस समय प्लेटफार्म नंबर-1 पर कोई ट्रेन नहीं थी, इसलिए भीड़ कम थी, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। शोर-शराबा सुनकर मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत दोनों युवकों को पकड़ लिया।


    खबरें और भी हैं...