मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फ़ोर्स (UP STF) ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर कूटरचित भारतीय जाली मुद्रा की तस्करी करने वाले दो सदस्यों को दबोचा है। शनिवार को एसटीएफ़ ने मुरादाबाद के पीपलसाना चौराहा स्थित भोजपुर कस्बा से मोहम्मद नाजिम और डाक्टर नफीश को गिरफ़्तार किया है। जिनके पास से एक लाख बीस हजार रूपये की जाली मुद्रा बरामद हुई है।
50% असली नोट लेकर देते थे दोगुना जाली नोट
एसटीएफ के मुताबिक़, पिछले काफी समय से उत्तर प्रदेश के अलग-अलग ज़िलों में कूटरचित भारतीय जाली मुद्रा की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें मिल रही थी। इस सूचना पर बरेली फील्ड इकाई को कर्रवाई को निर्देशित किया गया था। इस दौरान टीम को इनपुट मिला कि भारतीय जाली मुद्रा की तस्करी करने वाले गिरोह के 2 सदस्य पीपलसाना चौराहे पर स्थित नाजीम के गोदाम मे जाली मुद्रा का बनाकर आस पास के राज्यों व जिलो में 50 प्रतिशत असली मुद्रा लेकर दुगुना कूटरचित भारतीय जाली मुद्रा लोगों को देते है।
आरोपियों के पास से हुई ये बरामदगी
1- 20 रूपये की 6,000 जाली मुद्रा (कुल 1,20,000/- रूपये)
2. 03 मोबाईल फोन
3. 1 लेमिनेशन मशीन
4. 1 प्रिन्टर
5. 1 कलर प्रिन्टर इन्बिलड स्कैनर
6. 2 रिम नोट वनाने का कागज जे0के0 एक्सल बोन्ड
7. 1 रोल हरे रंग व सिल्वर रंग का नोटो पर तार बनाने के लिए
8. 1 लैपटॉप लेनवो कम्पनी का
9. 800 रुपए भारतीय मुद्रा
बाजार में आसानी से चल जाते थे 20 रूपये के जाली नोट
STF की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हम लोग कूटरचित भारतीय जाली मुद्रा स्वयं ही कलर प्रिन्टर व फोटो शाफ की मदद से अच्छी क्वलिटी का कागज का इस्तेमाल कर प्रिन्ट करते है। 20 रूपये के नोट बाजार मे आसानी से चल जाते है इसलिए भारी मात्रा मे 20-20 रूपये के नोट छापते है। आरोपियों ने बताया कि इनके द्वारा जब एक लाख रुपए के नक़ली नोट दिए जाते थे जब उसके एवज़ में पचास हज़ार रुपए के असली नोट मिलते थे।
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