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    Uttar Pradesh News: नई संसद के इनॉग्रेशन पर देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश की सियासत तेज है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी इसका विरोध कर रहीं हैं, तो वहीं बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने इसका समर्थन किया है। गुरुवार को बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने नए संसद भवन को बनाया है इसलिए उसके उद्घाटन का पूरा हक उन्हें है। मायावती ने यह भी कहा कि इसको आदिवासी महिला सम्मान से जोड़ना अनुचित है। वहीं राजनीतिक पार्टियों द्वारा उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करना भी गलत बताया है।


    सीएम योगी ने कही ये बात

    सीएम योगी ने कहा कि विपक्षी दलों के द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला लोकतंत्र को कमजोर करने वाला है। नई संसद पर विपक्ष की बयानबाजी गैर जिम्मेदाराना है। ये एक ऐतिहासिक अवसर है। नई संसद एक प्रतीक बनने जो रही है जो दुनिया के लिए आदर्श बन सकती है। सभी को इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनना चाहिए। विपक्ष इस कार्यक्रम का विरोध कर लोकतंत्र का अपमान कर रहा है। सीएम योगी ने कहा कि विपक्षी दलों को इस कार्यक्रम में शामिल होना चाहिए। स्वतंत्र भारत के इतिहास में 28 मई एक गौरवशाली दिन के रूप में दर्ज होने जा रही है। 


    सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई याचिका

    बता दें कि संसद के नए भवन के इनॉग्रेशन का 40 पार्टियों में से कांग्रेस समेत 20 विपक्षी पार्टियों ने इसके बहिष्कार का ऐलान किया है। जबकि भाजपा समेत 17 पार्टियों ने सरकार के न्योते को स्वीकार कर लिया है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट में राष्ट्रपति से नई संसद का उद्घाटन कराने का निर्देश देने वाली याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि लोकसभा सचिवालय राष्ट्रपति को उद्घाटन के लिए आमंत्रित नहीं करके संविधान का उल्लंघन किया है।


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