Uttar Pradesh News: यूपी रोडवेज से बर्खास्त संविदा परिचालक मोहित यादव की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। प्रशासन की इस कार्रवाई से नाराज लोगों की सोशल मीडिया पर तरह- तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। वहीं परिवार भी नौकरी से निकाले जाने की वजह से तनाव में होने की बात कह रहा है। मोहित के पिता राजेंद्र यादव का कहना है कि हमारे घर की दैनिक स्थिति बहुत खराब है। मेरा एक ही बेटा था, जो मेरे घर का गुजर बसर कर रहा था। अब मेरा बेटा भी मुझसे छिन गया है। क्योंकि नौकरी जाने के बाद से वह काफी परेशान रहने लगा था और तनाव में आकर शराब भी पीने लगा था।
नौकरी जाने के बाद से तनाव में थे मोहित- पत्नी
मोहित की पत्नी रिंकी यादव ने बताया कि उसकी शादी 5 साल पहले हुई थी। जब से शादी हुई है तब से हम लोग खुश रहते थे लेकिन 3 तारीख को नौकरी जाने के बाद से मेरे पति मोहित गुमसुम से रहने लगे थे। वह तनाव में थे। रविवार शाम को घर से बाहर गए थे, फिर लौटकर नहीं आए। सुबह उनकी मौत की सूचना मिली। हमारा एक 4 साल का बेटा है। रिंकी का आरोप है कि नौकरी जाने की वजह से ही मोहित ने अपनी जान दी है। बता दें कि बीते सोमवार को गुरु थाना क्षेत्र के ऊष्मा रेलवे फाटक के सामने संविदा परिचालक मोहित ने अपनी जान दे दी थी। घटना की सूचना पर पहुंची जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया फिर परिजनों को सुपुर्द कर दिया था।
नमाज पढ़वाने का था आरोप
मोहित यादव (36) मैनपुरी जिले के घिरोर थाना गांव खुशी का रहने वाला था। वह बरेली डिपो में पिछ्ले 8 साल से संविदा परिचालक था। 3 जून को मोहित का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें बरेली दिल्ली हाईवे पर उस पर बस रोककर दो यात्रियों को नमाज पढ़वाने का आरोप लगा था।वहीं एक सवारी ने बरेली रोडवेज के रीजनल मैनेजर को घटना की जानकारी देते हुए शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद ड्राइवर और कंडक्टर पर कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। साथ ही सभी डिपो को निर्देश दिया गया कि बिना कारण बस को रोका ना जाए। अगर कुछ इमरजेंसी की वजह से बस रोकनी पड़े, तो इसकी जानकारी अधिकारियों को दी जाए।
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