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    लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में धूमनगंज इलाके में दिनदहाड़े हुए उमेश पाल हत्याकांड को 47 दिन पूरे हो चुके हैं। बीते 24 फरवरी को हुए इस हत्याकांड के बाद से योगी सरकार कड़घरे में खड़ी हो गई। इसके बाद यूपी पुलिस और यूपी एसटीएफ के कई बड़े अधिकारियों को अपराधियों को पकड़ने की जिम्मेदारी दी गई। हालांकि, इस घटना में शामिल सदस्यों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। वहीं जांच के दौरान भी कई खुलासे होने के बाद माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन और पांचों शूटर फरार हैं। 


    6 बजे पहुंचा अतीक

    इस मामले में पूछताछ के प्रयागराज पुलिस माफिया अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती जेल से और उसके भाई अशरफ़ अहमद बरेली जेल से लाया गया है। हालाकिं, अतीक करीब 6 बजे पहुँच गया है। जबकि कुछ ही देर में अशरफ़ भी पहुँच जाएगा। बुधवार की रात दोनो को नैनी जेल में रखा जाएगा। इसके बाद गुरुवार को कोर्ट पेश किया जाएगा। माना जा रहा है पुलिस दोनों की रिमांड भी ले सकती है। लेकिन इसके लिए पुलिस को सुप्रीम कोर्ट से अनुमति लेनी पड़ेगी।


    24 फरवरी को हुआ था हत्याकांड

    उमेश पाल हत्याकांड में दावा किया जा रहा है कि किसी कारोबारी की मदद से असद नेपाल में छिपा है। शूटआउट के बाद उसने मेरठ में अपने करीबी रिश्तेदार के घर पर शरण ली थी। हालांकि बाद में वह हरियाणा की ओर चला गया। हालांकि इन दावों में कितनी सच्चाई है इसको लेकर किसी के पास कोई भी जवाब नहीं है। आपको बता दें कि प्रयागराज की सुलेम सराय जीटी रोड पर 24 फरवरी को उमेश और उनके दोनों गनर की हत्या हुई थी। इस मामले में असद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, साबिर, अरमान की तलाश में पुलिस लगी हुई है। डेढ़ महीने से अधिक का समय गुजरने के बाद भी पुलिस बदमाशों तक नहीं पहुंच सकी है।


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