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    लखनऊ: मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के मेंबर प्रसिद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता जफरयाब जिलानी (73) का निधन हो गया। वो लखनऊ के निशातगंज स्थित अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती थे जहां पर यूरिन का इलाज चल रहा था। इस दौरान उन्हें बीपी लेफ्ट हो गया। जिसकी वजह से बुधवार को क़रीब 11.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। देश के जाने माने अधिवक्ता होने के अलावा जफरयाब जिलानी बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के अध्यक्ष व यूपी के अपर महाधिवक्ता रह चुके थे। 


    अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से की थी LLB 

    लखनऊ में जन्मे जफरयाब जिलानी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने उन्होंने विधायी क़ानून स्नातक (LLB) की डिग्री हासिल की। इसके बाद वो क़ानूनी लड़ाई में अपना कीर्तिमान स्थापित करते रहे। उन्होंने  बाबरी मस्जिद केस को बड़ी ही बारिकियों से लड़ा था। शायद यही वजह भी है कि उनके निधन से शोक की लहर है। सोशल मीडिया पर लोग उन्हें श्रधांजलि दे रहे हैं।


    एजुकेशनल इन्सीट्यूट से भी जुड़े थे जफरयाब जिलानी

    आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव थे और बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के संयोजक भी थे। जिलानी लखनऊ के कई एजुकेशनल इन्सीट्यूट से भी जुड़े रहे हैं। मुमताज डिग्री कॉलेज के ट्रस्ट में उनका योगदान है। अमीनाबाद की गलियों में उनका नाम मशहूर था। इतना ही नहीं वे यूपी के अपर महाधिवक्ता भी रह चुके हैं। अयोध्या मामले में मुस्लिम पक्ष की बात सुप्रीम कोर्ट में रखी थी। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद जफरयाब जिलानी को बाबरी मस्जिद एक्श कमेटी के अध्यक्ष बनाया गया था।


    मई 2021 में आई थी गंभीर चोट 

    सीनियर वकील के निधन की खबर के बाद राजनीति से जुड़े नेताओं के साथ हाई मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी दुख जताया है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव जफरयाब जिलानी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। मई 2021 में सिर में गंभीर चोट लगने के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्थिति गंभीर होने के चलते उन्हें तत्काल आइसीयू में रखकर उपचार शुरू किया गया था। बता दें कि उन्हें ब्रेन हेमरेज भी हुआ था। ज‍िसके बाद स्‍वजनों ने इलाज के लिए लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।


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