img

    लखनऊ/अहमदाबाद: उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 को वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति, विरासत, और अध्यात्म का प्रतीक बनाने के लिए प्रचार अभियान तेज कर दिया है। इसी क्रम में सोमवार को नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा और व्यावसायिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने अहमदाबाद में रोड शो, संवाद कार्यक्रम, और प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गुजरातवासियों को महाकुंभ में आने का न्योता दिया।


    महाकुंभ: भारतीय संस्कृति का अद्वितीय संगम मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने महाकुंभ को भारतीय संस्कृति, अध्यात्म, और सनातन परंपराओं का अद्वितीय संगम बताते हुए कहा, "यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति को विश्व मंच पर प्रस्तुत करने का एक अवसर है।" उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार इसे दिव्य और भव्य रूप देने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।


    गुजरात में प्रचार अभियान गुजरात के अहमदाबाद स्थित हयात होटल में आयोजित कार्यक्रमों में मंत्रियों ने मीडिया, सामाजिक कार्यकर्ताओं, उद्यमियों, और जनप्रतिनिधियों से संवाद किया। उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों, विशेषताओं, और सुरक्षा उपायों की जानकारी दी। मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इसे भारत के सभी हिस्सों और दुनियाभर से जुड़े लोगों के लिए एक अद्वितीय आयोजन बताया।


    गुजरातवासियों से अपील 

    दोनों मंत्रियों ने गुजरातवासियों से महाकुंभ में शामिल होने की अपील करते हुए इसे भारतीय परंपराओं और आध्यात्मिक चेतना के अनुभव का अवसर बताया। गुजरात के राज्यपाल और मुख्यमंत्री को गंगाजल युक्त कुंभ कलश, महाकुंभ का लोगो, और आमंत्रण पत्र सौंपते हुए उन्हें भी आयोजन में शामिल होने का अनुरोध किया गया।


    महाकुंभ की तैयारी और वैश्विक महत्व 

    प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 तक आयोजित होने वाले इस महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं और सैकड़ों गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने की उम्मीद है। इसे विश्वस्तरीय आयोजन बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार कर रही है। महाकुंभ 2025 केवल भारत का नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारतीय संस्कृति का परिचायक होगा। मंत्रियों ने इसे ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने के लिए गुजरातवासियों से सक्रिय भागीदारी का ह्वान किया।


    खबरें और भी हैं...