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    लखनऊ: समाजवादी पार्टी से विधायक रविदास मेहरोत्रा ने सारस की जान बचाई है। इसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर फोटो अपलोड कर दी। वहीं गुरुवार को वो सारस पक्षी को लेकर लखनऊ स्थित सपा कार्यालय पहुंचें। इस दौरान वहां मौजूद लोग उसके साथ फोटो खिंचवाने के लिए जुट गए। 


    बता दें कि कुछ दिन पहले मलिहाबाद में घायल अवस्था में सारस मिला था। इसके बाद विधायक रविदास उसे अपने साथ लेकर चले आए। सारस की हालात ठीक होने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस सारस को वन विभाग को सौंपेंगे।


    इस प्रकरण की हो रही जांच- वन विभाग 

    वहीं वन विभाग की विभागाध्यक्ष ममता दुबे ने बताया कि हम इस पूरे प्रकरण की जांच कराकर वाइल्ड एनिमल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत काम करेंगे। बता दें कि इससे पहले अमेठी के आरिफ की कहानी तो आपने पढ़ी होगी। वही आरिफ जिन्हें एक सारस घायल अवस्था में मिला था। उन्होंने उसका इलाज किया और सोचा कि ठीक होने के बाद वह उड़ जाएगा। लेकिन वह जंगली पक्षी उनके साथ रहने लगा। वह अपनी थाली में सारस को खाना खिलाते थे। गांव और प्रदेश में बात फैलने लगी। जल्द ही मीडिया में उनकी तस्वीरें आने लगीं और वन विभाग ने मुकदमा दर्ज करा दिया। 


    सारस को पालने पर है पाबंदी

    सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव हों या आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने सारस की जान बचाने वाले पर एफआईआर का विरोध किया। लेकिन भारत में कुछ जानवरों को पालने पर पाबंदी है। यही वजह है कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के प्रावधानों के उल्लंघन के आरोप में केस दर्ज किया गया। यह कानून जानवरों पर अत्याचार रोकने के लिए बना था। उन्हें 4 अप्रैल को वन विभाग ने तलब किया था। हालांकि काफी लम्बे विवाद के बाद आरिफ से सारस को वन विभाग लेकर चला गया। इसके बाद भी अखिलेश यादव और आरिफ उससे मिलने वन विभाग गए। ऐसे में अब सपा विधायक का सारस के प्रति प्रेम देख एक बार इस मामले को हवा मिल गई है।


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