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    लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ग्रामीण परिवारों तक स्‍वच्‍छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही योगी सरकार भविष्‍य के लिए जल के क्षेत्र में एक मजबूत स्‍तंभ के निर्माण का कार्य कर रही है। जल संरक्षण, जल संवर्धन, जल संचयन और जल प्रबंधन पर जोर देते हुए प्रदेश सरकार मिशन मोड में प्रशिक्षण कार्यक्रमों को गति देने का काम कर रही है। जिसके तहत अब जल जीवन मिशन की पाठशाला में प्रधान हाजिरी लगा रहे हैं तो वहीं प्रशिक्षण के दौरान मिशन से जुड़ी जानकारी लेकर पटवारी अब गांव गांव में हर घर जल योजना की जानकारी देने का काम करेंगे।  प्रदेश के 75 जपनदों के 9,92,920 लोगों को प्रशिक्षण देने का काम शुरू कर दिया गया है। 


    हर व्यक्ति तक योजना को पहुंचाने का किया जा रहा काम

    यूपी में प्रधान, वार्ड मेंम्‍बर्स, सचिव, बीडीसी मेम्‍बर्स, लेखपाल, जिला पंचायत सदस्‍य, रोजगार सेवक व सोशल वर्कस ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों को जल संरक्षण, जल संवर्धन, जल संचयन और जल प्रबंधन के साथ ही स्‍वच्‍छ पेयजल पीने से रोगमुक्‍त काया के बारे में जानकारी देंगे। जल जीवन मिशन के तहत जनसहभागिता बढ़ाने के उद्देश्‍य से प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी की महत्‍वाकांक्षी योजना को ग्रामीण परिवेश के अंतिम छोर पर खड़े हर व्‍यक्ति तक पहुंचाने के साथ ही इस मिशन में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का काम कर रही है। 


    तेजी से बढ़ रहा जल जीवन मिशन की सफलता का ग्राफ

    प्रदेश में सर्वाधिक नल कनेक्‍शन देने वाले जिलों की टॉप सूची में सोमवार को मिर्जापुर जनपद शामिल हुआ है। मिर्जापुर में 76.02 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। मिर्जापुर में 2,76,062 ग्रामीण परिवारों को नल से स्‍वच्‍छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा चुकी है। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि जल जीवन मिशन के अर्न्‍तगत समाज का हर वर्ग प्रधानमंत्री जी की महात्‍वाकांक्षी हर घर जल योजना से जुड़कर जल संरक्षण, जल संर्वधन के महत्‍व को समझें। हर घर नल से जल पहुंचाने की मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की इस मुहिम में समाज का हर तबका भागीदार बनें। इसको ध्‍यान में रखते हुए प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण प्रक्रिया संचालित की जा रही है। 


    चयनित वर्ग निभाएंगे अहम भूमिका

    प्रदेश के 75 जिलों 58,194 प्रधान, 6,98,328 वार्ड मेंम्‍बर्स,  58,194 सचिव, 40,134  बीडीसी मेम्‍बर्स, 8,220 लेखपाल, 3,144 जिला पंचायत सदस्‍य, 29,115 रोजगार सेवक और 97,591 सोशल वर्कस को प्रशिक्षण देने का कार्य जनपद हरदोई से शुरू किया जा चुका है।  बता दें कि प्रदेश में चार चरणों के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।


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