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    प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के संगमनगरी प्रयागराज में विकास की नई गाथा लिख रही पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना को सरकारी स्कूल के बच्चों ने करीब से जाना है। पहली बार प्रयागराज में आयोजित जल ज्ञान यात्रा में गांव - गांव, घर -घर तक पहुंच रहे स्वच्छ पेयजल की प्रक्रिया को स्कूली बच्चों ने समझा की। पानी पहुंचाने के लिये तैयार किये गए संसाधनों को देखा। पीने के स्वच्छ पानी से लाभार्थियों को मिल रहे लाभ की जानकारी मिलने पर वो आश्चर्यचकित रह गये। इन बच्चों के लिए जल ज्ञान यात्रा यादगार बन गई। 


    बच्चों को दी गई जानकारी 

    प्राथमिक विद्यालय के स्‍कूली बच्चों को जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना से जुड़ी जान‍कारियां इस शैक्षिक भ्रमण के दौरान दी गई। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से आयोजित जल ज्ञान यात्रा में छात्र-छात्राओं ने उत्‍सुकता के साथ भाग लिया। हाथों में जल संरक्षण से जुड़े स्लोगन लिए बच्चे मानिकपुर ग्राम पंचायत पर बने ओएचटी पर पहुंचे। जहां उनको नल से स्‍वच्‍छ पेयजल पहुंचाने की पूरी प्रक्रिया को समझाया गया। शनिवार को तहसीलदार अंकाक्षा मिश्रा, जिला समन्वयक अश्‍विनी कुमार श्रीवास्‍तव ने जल ज्ञान यात्रा को हरी झंडी दिखाकर उसका शुभारंभ किया।


    100 प्राथमिक विद्यालय के बच्चे बने हिस्सा 

    विभाग के अधिकारियों और कर्मचरियों ने एक-एक कर बच्‍चों को परियोजना, पाइप वॉटर सप्लाई स्कीम की जानकारी दी। जल संरक्षण, जल प्रबंधन, जल संचयन के बारे में बताया। प्रयागराज के 10 प्राथमिक स्‍कूल के 100 छात्र-छात्राएं व 20 अध्‍यापक जल जीवन मिशन की परियोजनाओं के शैक्षिक भ्रमण का हिस्‍सा बने। 


    भावी पीढ़ी बनी मिशन में सारथी

    राज्य सरकार की अनूठी पहल पर देश में पहली बार भावी पीढ़ी को जल जीवन मिशन की परियोजनाओं का सहभागी बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में ''जल ज्ञान यात्रा'' का शुभारंभ किया गया है। इस यात्रा में छात्र-छात्राओं के सहभागी बनने से वो मिशन के प्रति लोगों को जागरूक करने में सारथी बनेंगें। बच्चों को यहां भूजल उपचार, ग्रे वॉटर का उपचार, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और अन्य संबंधित मुद्दों की जानकारी दी गई। 


    नल से स्‍वच्‍छ पेयजल पीकर बोले छात्र आरओ से भी स्‍वच्‍छ है पानी 

    जल ज्ञान यात्रा के दौरान बच्‍चों ने नल कनेक्‍शन प्राप्‍त करने वाले ग्रामीण परिवारों से बातचीत कर उनके सुखद अनुभवों को जाना। एफटीके प्रशिक्षित महिलाओं और तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्‍त कर चुके युवाओं से भी बातचीत की। यहां उन्‍होंने नल की टोंटी खोल स्‍वच्‍छ पेयजल पीकर बोले की ये तो आरओ से भी साफ पानी है।


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