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    Uttar Pradesh News: भारत की जूनियर महिला हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया है। टीम ने जूनियर महिला एशिया कप का खिताब जीत लिया है। भारत ने पहली बार इस टूर्नामेंट को अपने नाम किया है। फाइनल में टीम इंडिया के सामने साउथ कोरिया की चुनौती थी। टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे सफल टीम साउथ कोरिया को भारत ने 2-1 से हराया। साउथ कोरिया ने सबसे ज्यादा 4 बार टूर्नामेंट को अपने नाम किया है।


    वहीं इस बार भारतीय टीम में लखनऊ स्थित कैंट इलाके की मुमताज खान ने अच्छा प्रदर्शन किया। बेहद गरीब परिवार की बेटी मुमताज ने देश के साथ साथ अपने परिवार का नाम रौशन किया है। मुमताज का परिवार अपने मामा के छोटे से घर में अपना गुजर बसर कर रहा है। उनके पिता हफीज खान पहले रिक्शा चलाकर अपने परिवार को पालन पोषण किया।


    वहीं अब वो सब्जी की दुकान लगाते हैं। आर्थिक तंगी और समाज के तानों के बीच मुमताज ने अपना हौसला जिंदा रखा और 2014 से हॉकी की प्रैक्टिस शुरू की। लेकिन जो लोग पहले मुमताज के इस काम की बुराई करते थे आज वहीं उसकी सराहना करते हैं। जूनियर हॉकी महिला खिलाड़ी मुमताज खान के घर में खुशी का माहौल है। छोटे से घर में गुजर बसर करने वाले परिवार मानो ईद जैसी खुशी है। वहीं माता, पिता और उनकी बहन फराह खान ने उसके संघर्षों की कहानी बयान की। उन्होंने कहा कि शुरुआती दौर में लोगों ने खूब ताने सुनाए। लेकिन आज जब वो सफलता की इस ऊंचाई पर पहुंच गई है तो सभी उसकी तारीफ कर रहे हैं। बता दें कि मुमताज के परिवार में माता, पिता के साथ 6 बहन और एक भाई है लेकिन स्वयं का घर न होने की वजह से सभी लोग पिछले 18 सालों से अपने मामा के घर में रह रहे हैं।


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