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    Noida News: ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के बाद देश और दुनिया में सुर्खियां बटोरने वाले सेक्टर-93ए स्थित टि्वन टॉवर का विवाद अब एक बार फिर सुर्खियों में है। टि्वन टॉवर की गगनचुंबी इमारत ध्वस्त होने के बाद अब खाली पड़ी करीब सवा दो एकड़ यानी 7500 वर्गमीटर जमीन इस विवाद का कारण बना हुआ है। इसको लेकर अब सुपरटेक बिल्डर तथा एमराल्ड कोर्ट सोसायटी की आरडब्ल्यूए के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है। 


    सोसायटी के पदाधिकारियों ने बताया कि हाल ही में सुपरटेक बिल्डर ने यहां पर खाली जमीन पर कंटीले तार लगाकर इसे अपने कब्जे में लेने का प्रयास किया। लेकिन, उन्होंने इसका विरोध करके प्राधिकरण से शिकायत की तथा कार्य रुकवा दिया। सोसायटी के अध्यक्ष का कहना है कि बिल्डर ने बढ़े हुए एफएआर को अन्य 15 टॉवरों में अतिरिक्त निर्माण करके पूरा कर लिया है।


    इस खाली जमीन पर बिल्डर ने टॉवर का अवैध निर्माण किया था, जिसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ध्वस्त कर दिया गया था। इसलिए इस जमीन पर अब सुपरटेक का कोई भी मालिकाना हक नहीं है। इसको लेकर सोसायटी के पदाधिकारियों ने नोएडा प्राधिकरण के अफसरों से मिलकर अपना पक्ष रखा है।


    बता दें कि 28 अगस्त 2022 को सेक्टर 93ए स्थित एमरॉल्ड कोर्ट में बनी विवादित ट्विन टॉवर को जमींदोज कर दिया गया था। बाद में उसका मलवा भी साफ कर लिया गया है। अब खाली पड़ी जमीन को लेकर जहां सुपरटेक बिल्डर अपना मालिकाना हक जता रहा है। वहीं सोसायटी के आरडब्ल्यूए पदाधिकारी यहां पर बच्चों के लिए प्लेग्राउंड बनाने की मांग कर रहे हैं।


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