kalashtami vrat pujan vidhi भगवान शिव के काल स्वरुप का पूजन ही कालाष्टमी के दिन होता है। इस दिन को अकाल मृत्यु से मुक्त होने का मार्ग भी माना गया है। प्रत्येक माह आने वाली कालाष्टमी के दिन काल भैरव की पूजा की जाती है, जिन्हें के बेहद क्रोध से युक्त शक्ति संपन्न शिव का अवतार माना जाता है। सावन की कालाष्टमी इस बार बेहद शुभ एवं खास रहने वाली है क्योंकि यह भगवान शिव के प्रिय माह में होगी ऐसे में सावन कालाष्टमी पर शिव की पूजा बहुत खास मानी जाती है। आईये जानते हैं जानिए सावन कालाष्टमी की तिथि, मुहूर्त और अन्य कुछ बातें।
हिंदू धर्म में हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। सावन की कालाष्टमी को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन भगवान शिव के उग्र रूप काल भैरव की पूजा का विधान है। काल भैरव का अर्थ है काल के भय को हरने वाला और सृष्टि की रक्षा करने वाला भगवान के इस रुप को पूजकर व्यक्ति सभी प्रकार के भय से भी मुक्त हो जाता है। जानें सावन की कालाष्टमी की तिथि कब होगी और इसका शुभ मुहूर्त कब होगा और इस दिन काल भैरव की पूजा का महत्व क्या रहेगा हम सभी के लिए।
सावन कालाष्टमी शुभ मुहूर्त 2023
सावन कालाष्टमी के दिन पूजा का समय विभिन्न योगों के साथ निर्मित होगा। सावन कालाष्टमी 9 जुलाई के दिन मनाई जाएगी और प्रदोष काल पूजा का समय 19:22 से 19:54 तक की जाएगी इसके पश्चात रात्रि समय निशिथ काल की पूजा का समय होगा।
सावन कालाष्टमी पंचांग इस प्रकार होगा
ब्रह्म मुहूर्त 04:09 से 04:50 तक व्याप्त होगा
प्रात: सन्ध्या समय 04:29 से 05:30 तक रहेगा
अभिजित मुहूर्त का समय 11:58 से 12:54 तक रहेगा
विजय मुहूर्त दोपहर 14:45 से 15:40 तक रहेगा
सायाह्न सन्ध्या के लिए समय 19:22 से 20:23 तक रहेगा
अमृत काल का समय 14:54 से 16:26 तक होगा
सर्वार्थ सिद्धि योग का समय 05:30 से 19:29 तक रहेगा
रवि योग का समय 05:30 से 19:29 तक रहेगा
निशिथ मुहूर्त 24:06 से 24:47, 10 जुलाई तक होगा
सावन कालाष्टमी 2023 में क्या है खास
इस साल सावन माह की कालाष्टमी का पर्व 9 जुलाई 2023 को रविवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन कालाष्टमी के साथ ही सूर्य सप्तमी का पर्व भी होगा तथा मासिक जन्माष्टमी का पूजन भी इसी दिन किया जाएगा। कई सारे शुभ योगों के साथ होने पर कालाष्टमी का पर्व बेहद विशेष होगा। धार्मिक मान्यता है कि काल भैरव का स्वरुप भक्त के सभी कष्ट एवं भय को दूर कर देने वाला होता है।
सावन कालाष्टमी महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तंत्र में काल भैरव की पूजा शत्रु नाश करने वाली, ग्रह दोष शांत करने वाली तथा बुरी शक्तियों को समाप्त कर देने वाली होती है। उपासक को अकाल मृत्यु का भय कभी नहीं सताता, इस दिन किया गया भैरव पूजन व्यक्ति को शक्ति एवं सिद्धि प्रदान करने वाला होता है।
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